Thursday, September 9, 2010
पहले आकषर्ण, फ्रि बातचीत,फ्रि मुलाकातोंका सिलसिला और फ्रि बढता प्रेम और उसके बाद मधुर यादें और फ्रि मस्तिष्क में एक चित्र और फ्रि ह्दय में याद और फ्रि ह्दय में एक चित्र और फ्रि जीवनभर एक होने की कल्पना । जीवन भर साथ रहने का अर्थ है – विवाह । यानि प्रेम विवाह । यह सब होता है स्वाभाविक और निरन्तर । विवाह के लिए निर्णय अपना होते हुए भी मां बाप का निर्णय जरुरी समझा जाता है । उनकी स्वीकृति मिली तो सब कुछ, किन्तु उनकी स्वीकृति न होने पर एक प्रश्नचिन्ह खडा हो जाता है । अब क्या करें । जिद । अपनी बात पर अटल रहकर । मनाने की भरपूर कोशिश । हर तरह के प्रयास । आखिरी दम तक । बाहरी सभी झूठी मान्यताओं का कडा विरोध । संघर्ष । अपनी सामाजिक मर्यादा के बीच । एक एक सीढी और फ्रि मंजिल पर । दो तरीके हैं – एक एक सीढी चढेंगे या फ्रि लिफट के रास्ते से । एक दो मिनट में ही मंजिल पर । हां, लिफट की लाइट नहीं जानी चाहिए । एक एक सीढी चढने से देर भले ही हो, लेकिन मंजिल पर अवश्य पहुंचा जा सकता है । हां, पावों में भी दम होना चाहिए । अपने अन्दर साहस होना चाहिए ।
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