आदमी तब तक नहीं सीखता है जब तक कि उसके बीच स्वयं समझ नहीं आता । दूसरों के बहुत समझाने पर भी व्यक्ति किसी की न सुनेगा । आदमी गीलत काम से भी तभी हटता है जब वह स्वयं गलत देखता या समझता है । चाहे व्यक्ति उम्र में बडा हो या छोटा, अपने किए गए हर कार्य को सही मानकर चलता है, भले ही वह गलत हो । हर व्यक्ति यही सोचताक है कि मैं ठीक हूं, मैं गलती पर नहीं हूं – लेकिन ऐसा सोचना ही बडी भूल के सिवा कुछ नहीं है
No comments:
Post a Comment