Sunday, June 6, 2010

आप सफल होना चाहते हैं मगर रास्‍ता समझ में नहीं आता । आप अपने करने और समझने की क्षमता को बढाएं । जब तक खूब मेहनत करने की आदत नहीं डालेंगे, अपने कार्यों और कर्तव्‍यों के प्रति जागरूक नहीं रहा जाएगा , तब तक हम सफल नहीं हो सकते । हमें अत्‍याधिक मेहनत में अपना विश्‍वास दिखाना होगा । काम में खो जाएं । दूसरे साक्षी भाव रखें । लगातार साक्षी भाव बनाए रखें, मात्र तीन महीने में ही समूल परिवर्तन दिखने लगेगा । कोई लाभ नहीं यदि हम अपना मूल्‍यवान समय बेकार की निराशापूर्ण बातों में बिता देते हैं । अपने आप को समझना जरूरी है, अपनी इच्‍छा शक्ति को दृढ करना जरूरी है । कोई चीज कैसी है, हमारा दृष्टिकोण बताता है । जो भी करो, इस भाव से कि यह कार्य मेरी स्‍वीकृति से हो रहा है । मेरी आत्‍मा ने स्‍वीकृति दी है इस काम को करने के लिए । सफल व्‍यक्ति के चेहरे पर तो एक स्‍वाभाविक चमक होती है । आदमी चाहे कितना ही डल हो लेकिन अपनी मेहनत और लगन से अपने बीच शुभ परिवर्तन ला सकता है ।

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