Wednesday, August 25, 2010

हर व्‍यक्ति अच्‍छा बनने का प्रयास करता है, अपने लिए भी और दूसरों के लिए भी । इसके लिए वह कई कार्य करता है । उसके प्रयास पूरी तरह सफल नहीं भी होते हैं और वह उन कार्यों को पूरा नहीं कर पाता है जिन्‍हें वह पूरा करना चाहता है । एक बार असफलता मिलने पर निराश हो जाता है किन्‍तु फ्‍रि प्रयास करता है । वह धीरे धीरे सफलता की ओर बढता है । सबल व्‍यक्त्वि के लिए बहुत से प्रयास करने पडते हैं । सफलता का राज है द्वढ संकल्‍प और असफलता का कारण है – मन की चंचलता या निर्बलता ।

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