Friday, August 27, 2010

विवाह के बाद पत्‍नी की रुचि, समझ और आचार व्‍यवहार भिन्‍न होने पर बेहद दुखद स्थिति उत्‍पन्‍न हो जाती है । ऐसे कई मामले देखे जाते हैं जिनसे पता चलता कि घर की बहू ने घर को नरक बना दिया है । इसका एकमात्र कारण है – अंहकार । लडकी बहुत ही जिददी और बडबोली है, वह बडों का कहना नहीं मानती है और पति का कमहना मानने से भी साफ इंकार कर देती है । तर्क वितर्क के सहारे अपनी मनमर्जी करने से बाज नहीं आती । कितनी अजीब बात है कि घर की बहू में भी सहजता खत्‍म होती जा रही है और वह अंहकार में डूब कर अपना और अपने परिवार का नाम डूबाने में पीछे नहीं है । झगडे का कारण है – मानसिक तनाव । ऐसे में लडकी के बीच समझ की कमी आ जाती है और वह अपने बीच सहजता,सहनशीलता खो देती है । उसे कैसे समझ दी जाए ? उसे कैसे बताया जाए कि विद्रोह करने पर तुम्‍’हें अधिकार और प्रेम नहीं मिलेगा । लडकर झगडकर कभी भी सुख की प्राप्ति नहीं की जा सकती । परिवार की मर्यादा से हटकर सुख नहीं मिलता है । सुख ओर प्रेम तभी मिलता है जब देने का भी भाव हो । जीवन में केवल सुख और अच्‍छे दिन ही नहीं रहते, बल्कि दुख और बुरे दिन भी आते हैं । जिस तरह अच्‍छे दिनों में साथ निभाया, बुरे दिनों में भी साथ निभाएं । बाहर सुख ढूंढना मूर्खता है ।

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